उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने केंद्रीय वन मंत्री भूपेन्द्र यादव से की भेंट, कोटद्वार के लिए माँगी लालढांग-चिल्लरखाल रोड, जंगल सफारी और पक्षी अभयारण्य परियोजनाएं

दिनांक : 2025-08-02 15:47:00
कोटद्वार : उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष और कोटद्वार विधायक ऋतु खण्डूडी भूषण ने आज नई दिल्ली में भारत सरकार के वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव जी से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान उन्होंने कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र से संबंधित तीन अत्यंत महत्वपूर्ण परियोजनाओं – लालढांग-चिल्लरखाल रोड, जंगल सफारी और पक्षी अभयारण्य – को लेकर विस्तारपूर्वक चर्चा की और इन पर शीघ्र कार्यवाही का आग्रह करते हुए एक विस्तृत मांग पत्र सौंपा।
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि प्रस्तावित जंगल सफारी और पक्षी अभयारण्य परियोजनाएं कोटद्वार के समृद्ध वन क्षेत्र, उसकी अनूठी जैव विविधता और प्राकृतिक संपदा को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान देने की दिशा में अहम कदम साबित होंगी। उन्होंने कहा कि कोटद्वार में पाई जाने वाली विभिन्न पक्षी और वन्यजीव प्रजातियाँ देशभर के प्रकृति प्रेमियों, पक्षी विशेषज्ञों और साहसिक पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करेंगी, जिससे क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही, इन परियोजनाओं से स्थानीय युवाओं के लिए स्वरोजगार के अवसरों का सृजन होगा और पर्यटन आधारित व्यवसायों का भी विस्तार होगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
इसके अतिरिक्त, विधानसभा अध्यक्ष ने लालढांग-चिल्लरखाल रोड के शीघ्र निर्माण की मांग को भी प्रमुखता से उठाया। खण्डूडी ने बताया कि यह सड़क कोटद्वारवासियों के लिए हरिद्वार और देहरादून जैसे प्रमुख शहरों तक आवागमन को बेहद सहज और सुगम बनाएगी। इस सड़क के बनने से न केवल यात्रा का समय कम होगा, बल्कि यह क्षेत्रीय विकास को भी गति प्रदान करेगी।
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी ने जोर देकर कहा कि इन परियोजनाओं का क्रियान्वयन कोटद्वार को एक आत्मनिर्भर, हरित और पर्यटक-अनुकूल क्षेत्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। उन्होंने आगे कहा कि ये कार्य स्थानीय अर्थव्यवस्था और प्रकृति संरक्षण – दोनों को समान रूप से सशक्त करेंगे, जो वर्तमान समय की एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है।
केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने इन सभी प्रस्तावों की गंभीरता और संभावनाओं को स्वीकार करते हुए सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इको-टूरिज्म को प्राथमिकता देने और संबंधित विभागों को इन परियोजनाओं पर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करने का आश्वासन दिया, जिससे कोटद्वार की इन महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं को गति मिलने की उम्मीद है।