उत्तराखंड : पुलिस स्मृति दिवस पर मुख्यमंत्री ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी, पुलिस कल्याण और सशक्तिकरण की कई घोषणाएं

दिनांक : 2025-10-22 01:04:00
देहरादून: आज पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर पुलिस लाइन देहरादून स्थित शहीद स्मारक स्थल पर एक विशेष श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शहीद पुलिस कर्मियों को पुष्पचक्र अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक और अन्य गणमान्य अधिकारी भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने शहीदों के परिवारजनों को शॉल प्रदान कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड पुलिस कर्मियों के कल्याण और सशक्तिकरण के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की। राज्य स्थापना की 25वीं वर्षगांठ के सुअवसर पर उत्तराखण्ड पुलिस के समस्त कर्मियों को विशेष रजत जयंती पदक प्रदान किए जाएंगे। आगामी तीन वर्षों में पुलिस कर्मियों के आवासीय भवनों के निर्माण हेतु प्रतिवर्ष ₹100 करोड़ की धनराशि दी जाएगी। इसके अलावा भवाली (नैनीताल), ढालमल्ला काण्डा (बागेश्वर), नैनीडांडा (धुमाकोट, पौड़ी), घनसाली (टिहरी) और सतपुली (पौड़ी) में एसडीआरएफ के जवानों के लिए पांच नए बैरकों का निर्माण भी किया जाएगा। पुलिस कल्याण निधि के तहत प्रावधानित ₹2.50 करोड़ की राशि को बढ़ाकर ₹4.50 करोड़ कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि देश की आंतरिक सुरक्षा और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस और अर्धसैनिक बलों की भूमिका अहम है। पिछले वर्ष 186 पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों ने अपने प्राणों का सर्वोच्च बलिदान दिया, जिनमें उत्तराखंड पुलिस के 4 जवान भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पुलिस बल को और अधिक सक्षम, प्रशिक्षित और संसाधनयुक्त बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के प्रत्येक थाने में महिला हेल्प डेस्क और क्विक रिस्पॉन्स टीम (QRT) का गठन किया गया है। पिछले तीन वर्षों में पुलिस विभाग के भवन निर्माण के लिए 500 करोड़ रुपये की धनराशि दी गई, जिसमें 688 आवासीय भवनों का निर्माण कार्य भी चल रहा है। जल्द ही 120 नए आवासीय भवनों का निर्माण भी प्रारंभ होगा।
स्मार्ट पुलिसिंग की दिशा में जवानों के बैरक, मैस और कार्यस्थलों का अपग्रेडेशन किया जा रहा है। इसके अलावा नए आपराधिक कानूनों के क्रियान्वयन के लिए 5 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई है। स्वास्थ्य योजना के तहत पुलिस कर्मियों को कैशलैस चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है।