बनभूलपुरा रेलवे भूमि विवाद पर आज सुप्रीम फैसला, पूरा इलाका छावनी में तब्दील
दिनांक : 2025-12-10 15:28:00
हल्द्वानी : उत्तराखंड के हल्द्वानी स्थित बनभूलपुरा क्षेत्र में रेलवे की करीब 29 हेक्टेयर जमीन पर चले लंबे विवाद पर आज सुप्रीम कोर्ट में निर्णायक सुनवाई होने जा रही है। इस मामले से सीधे तौर पर करीब 4365 मकानों में रहने वाली लगभग 50 हजार की आबादी प्रभावित है। पिछले साल अतिक्रमण हटाने के दौरान हुई बड़े पैमाने पर हिंसा की यादें ताजा होने के कारण जिला एवं पुलिस प्रशासन ने कोई रिस्क नहीं लिया है। पूरे बनभूलपुरा क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
आज दोपहर बाद होगी सुनवाई, फैसला भी संभव
सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस दीपांकर दत्ता की बेंच इस मामले की सुनवाई करेगी। पहले यह सुनवाई 2 दिसंबर को होनी थी, लेकिन समयाभाव के कारण इसे आज के लिए टाल दिया गया था। याचिका से जुड़े पक्षकार मंगलवार को ही दिल्ली पहुंच चुके हैं। सूत्रों के अनुसार आज ही मामले में अंतिम फैसला भी आ सकता है।
क्या है पूरा मामला?
रेलवे का दावा है कि बनभूलपुरा की गफूर बस्ती, इंदिरा नगर, नई बस्ती एवं रेलवे पटरी से सटे इलाकों में करीब 29 हेक्टेयर जमीन पर लोगों ने अवैध कब्जा कर मकान बना लिए हैं। वहीं स्थानीय लोग कहते हैं कि वे पिछले 40-50 साल से यहां रह रहे हैं और उनके पास पुराने दस्तावेज भी हैं।
2022 में हल्द्वानी निवासी रविशंकर जोशी की जनहित याचिका पर नैनीताल हाईकोर्ट ने रेलवे भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने के आदेश दिए थे। इसके खिलाफ स्थानीय लोगों ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी। फरवरी 2024 में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान भयंकर हिंसा हुई थी, जिसमें 6 लोग मारे गए थे और दर्जनों घायल हुए थे।
सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद, 800 से अधिक जवान तैनात
- क्षेत्र में करीब 800 पुलिसकर्मी एवं अधिकारी तैनात.
- 3 एएसपी, 4 सीओ, 12 थानाध्यक्ष/इंस्पेक्टर, 45 एसआई/एएसआई, 400 कांस्टेबल.
- पीएसी की तीन कंपनियां.
- फायर ब्रिगेड की 4 यूनिट, टीयर गैस यूनिट, ड्रोन निगरानी.
- सभी प्रवेश मार्गों पर बैरिकेडिंग, सिर्फ लोकल आईडी पर एंट्री.
- सुबह 6 बजे से बाहरी लोगों का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित.
- गौला बाईपास से डायवर्ट किया गया ट्रैफिक.
20 और लोगों को किया पाबंद, इमाम मोहम्मद आसिम भी शामिल
बिलाली मस्जिद के इमाम मौलाना मोहम्मद आसिम सहित 20 लोगों को मंगलवार देर शाम निजी मुचलके पर पाबंद किया गया। इससे पहले 1 दिसंबर को 121 लोगों को पाबंद किया गया था। पुलिस के अनुसार मौलाना की क्षेत्र में अच्छी पकड़ है और उनके कहने पर भीड़ जुट सकती है। इसके अलावा बनभूलपुरा हिंसा के कुछ आरोपी सहित 15 संदिग्धों को गिरफ्तार भी किया गया है।
स्कूल-कॉलेज से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम तक बंद
- बनभूलपुरा क्षेत्र के सभी सरकारी एवं निजी स्कूल-कॉलेज बुधवार को बंद.
- गौलापार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम भी खिलाड़ियों के लिए बंद.
- बसों से आने वाले बच्चों के स्कूलों में भी अवकाश.
प्रशासन की अपील – शांति बनाए रखें
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. मंजूनाथ टीसी ने अपील की है, “सुप्रीम कोर्ट के किसी भी फैसले का सभी लोग सम्मान करें। कानून-व्यवस्था बनाए रखें। अफवाहें न फैलाएं और न ही कोई गलत बयानबाजी करें। सोशल मीडिया पर भी पुलिस की नजर है। खुफिया तंत्र भी पूरी तरह सक्रिय है और क्षेत्र के माहौल पर पैनी नजर रखी जा रही है। आज पूरा बनभूलपुरा क्षेत्र सांसें थामे सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रहा है। प्रशासन ने साफ कर दिया है कि कानून-व्यवस्था से किसी भी कीमत पर खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

