सनातन संस्कृति के मजबूत करने में पुरोहित समाज का बड़ा महत्वपूर्ण योगदान – बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी
दिनांक : 2025-11-12 01:32:00
- धर्म जागरण समन्वय के संस्कृति आयाम द्वारा आयोजित विद्वत बैठक
- बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने बतौर मुख्य अतिथि संबोधित किया
हरिद्वार/ देहरादून : राम मंदिर रुड़की में धर्मजागरण समन्वय के संस्कृति आयाम द्वारा आयोजित पुरोहित समागम कार्यक्रम आयोजित हुआ जिसमें श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति ( बीकेटीसी) अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए समागम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन, मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण तथा अतिथियों के सम्मान के साथ शुरू हुआ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बीकेटीसी अध्यक्ष ने कहा कि आज देवभूमि उत्तराखंड अपने 25 वर्ष की विकास यात्रा पूरी कर रजत जयंती समारोह उत्साह पूर्वक मना रहा हैं | इन 25 वर्ष में उत्तराखंड ने कई महत्वपूर्ण और गौरवशाली उपलब्धियां प्राप्त हैं | देश के दूरदर्शी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन में और उत्तराखंड के यशस्वी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड लगातार प्रगति की ओर अग्रसर हैं | राज्य को इस रजत जयंती वर्ष में 38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन का गौरव प्राप्त हुआ। इन राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखण्ड़ ने 103 पदक प्राप्त कर नया रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने कहा कि इन 25 वर्षो में राज्य ने कई उपलब्धियां प्राप्त की हैं, किन्तु अभी हमें बहुत आगे जाना है तथा देवभूमि उत्तराखण्ड को एक प्रगतिशील, उन्नत एवं हर क्षेत्र में आदर्श राज्य बनाना है। इस महान उद्देश्य की प्राप्ति जन सहयोग से ही संभव है।
बीकेटीसी अध्यक्ष ने कहा कि राज्य के गठन से लेकर आज तक की इन 25 वर्षों की सफल विकास यात्रा में उत्तराखण्ड नेअर्थव्यवस्था, बुनियादी ढाँचा, सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक संरक्षण जैसे क्षेत्रों में ऐतिहासिक प्रगति की है। 25 वर्षों में राज्य की अर्थव्यवस्था का आकार 26 गुना, प्रति व्यक्ति आय 18 गुना और बजट 20 गुना से अधिक बढ़ा है। समान नागरिक संहिता लागू करने वाला पहला राज्य बनकर उत्तराखण्ड ने फिर एक बार अपनी विशेष भूमिका को रेखांकित किया है। राज्य की मातृ शक्ति, युवा शक्ति, राज्य आंदोलनकारी, पूर्व सैनिक और प्रवासी उत्तराखण्डियों की भागीदारी से एक शक्तिशाली और आत्मनिर्भर उत्तराखण्ड का निर्माण मुख्य मंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व में किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि हमारा पुरोहित समाज का गौरव हमेशा से ऐतिहासिक रहा है और धर्म और संस्कृति का मूल ज्ञान अगली पीढ़ी को समझाने में आपका बड़ा योगदान हैं। हम सभी मिलकर पुरोहित समाज को आगे बढ़ने का काम करेंगे । पुरोहित समाज सनातन संस्कृति के धर्म पथ पर चलने का रास्ता दिखाते हैं। सनातन संस्कृति के मजबूत करने में इस समाज का बड़ा ही महत्वपूर्ण योगदान है। हमारा समाज हमेशा से ही ज्ञान, संस्कार और धार्मिकता का केंद्र रहा है। आज उसी गौरवशाली परंपरा को बनाए रखने के लिए हमें एकजुट होना होगा। आज उत्तराखंड सांस्कृतिक व आध्यात्मिक विकास का केंद्र बन रहा है। संत समाज ने प्रदेश के लिए सकारात्मक बदलाव, विरासत संरक्षण और धार्मिक-सांस्कृतिक को आगे बढ़ाने का कार्य किया जा रहा हैं 2027 में हरिद्वार कुंभ को भव्य, दिव्य और विश्व-स्तरीय आयोजन के रूप में स्थापित करने के लिए सरकार के साथ मिलकर कार्य करेंगे। कुंभ केवल एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि सनातन परंपरा, भारतीय संस्कृति और वैश्विक आध्यात्मिक चेतना का महासंगम है।
समागम को अवधूत मंडल आश्रम के महामंडलेश्वर स्वामी रूपेंद्र प्रकाश जी महाराज, दीपक गुलाटी, पंडित कैलाश सेमवाल, पदम् गिरी विभाग संयोजक धर्म जागरण समन्वय हरिद्वार, लोकेन्द्र त्यागी विभाग संयोजक धर्म जागरण समन्वय हरिद्वार, ओम जी वैदिक जिला प्रमुख संस्कृति आयाम धर्म जागरण समन्वय रुड़की, कार्यक्रम के मार्ग दर्शक किसलय कुमार प्रांत संयोजक धर्म जागरण समन्वयक ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर सभासद अल्का सैनी, दीपा कौशिक, ऋषि सैनी, आलोक तोमर, राजीव जी, आचार्य रजनीश शास्त्री,संजय पालीवाल सहित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
