राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने मंगलवार को रेडक्रास सोसाइटी राज्य शाखा उत्तराखण्ड के भण्डारगृह का शिलान्यास किया
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने मंगलवार को रेडक्रास सोसाइटी सहस्त्रधारा रोड में रेडक्रास सोसाइटी राज्य शाखा उत्तराखण्ड के बहुउद्देशीय भण्डारगृह (वेयर हाउस) का शिलान्यास किया। इसके साथ ही राज्यपाल मौर्य ने रेडक्रास सदस्यता हेतु ऑनलाइन पोर्टल का भी शुभारम्भ किया।
रेडक्रास की टीम को बधाई देते हुए राज्यपाल मौर्य ने कहा कि उत्तराखण्ड में एक बहुउद्देशीय भण्डारगृह की नितान्त आवश्यकता थी। आशा है कि अब अधिक से अधिक मात्रा में राहत सामग्री का भण्डारण उचित ढंग से हो सकेगा।
राज्यपाल मौर्य ने कहा कि उत्तराखण्ड आपदा की दृष्टि से संवेदनशील राज्य है। रेडक्रास के स्वयं सेवकों के द्वारा आपदा प्रभावितों की मदद एवं उन तक राहत सामग्री पहुंचायी जाती रही हैं। राहत सामग्री के सुरक्षित भण्डारण की भी उचित व्यवस्था बहुत आवश्यक है, ताकि आवश्यकता पड़ने पर प्रभावितों तक समय पर राहत सामग्री पहुंचायी जा सके।
राज्यपाल ने कहा कि कुछ दिन पहले ही उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना तथा चमोली के तपोवन में आई आपदा के दौरान रेडक्रास द्वारा प्रभावितों की त्वरित मदद एवं राहत सामग्री पहुंचायी गयी। यह अत्यन्त सराहनीय है।
राज्यपाल मौर्य ने कहा कि रेडक्रास का गठन दीन दुखियों, जरूतमंदों एवं मानवता की सेवा के लिए ही हुआ है। हम सभी को मिलकर पूर्ण मनोयोग से मानवीय सेवा के प्रति समर्पित होकर कार्य करने की आवश्यकता है।
राज्यपाल ने कहा कि रेडक्रास के वॉलियन्टर्स द्वारा राज्यभर में कोविड-19 के संक्रमण से बचाव तथा जरूरतमंदो की मदद हेतु प्रभावी कार्य किया गया। उन्होंने अनुरोध किया कि रेडक्रास के साथ अधिक से अधिक लोग जुड। विशेषकर महाविद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं इसके सदस्य बनें। रेडक्रास एवं आपदा प्रबंधन विभाग मिलकर राज्य के उच्च शिक्षण संस्थानों, कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को फर्स्ट एड् एवं आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण, रोड सेफ्टी आदि का प्रशिक्षण दें। इस विषय पर अधिक से अधिक छात्रों को ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जाय ताकि आवश्यकता पड़ने पर स्वयं सेवकों की सहायता ली जा सके। राज्यपाल मौर्य ने कहा कि जिलां में जूनियर एवं यूथ रेडक्रास गठन पर जोर दिया जाना चाहिये। जिससे छात्र-छात्राओं के मन में बचपन से ही जरूरतमंदों की मदद करने एवं सेवा की भावना से कार्य करने की ललक पैदा हो सके। राज्यपाल ने कहा कि प्रत्येक विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय में रक्तदान करने के इच्छुक छात्र-छात्राओं की सूची बनायी जानी चाहिये ताकि आवश्यकता पड़ने पर जरूरतमंदो की सहायता की जा सके।
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री एवं भारतीय रेडक्रास समिति उत्तराखण्ड के उपाध्यक्ष डा0 धन सिंह रावत ने कहा कि रेडक्रास को अपनी गतिविधियां संचालित करने में जो भी अपेक्षित सहयोग होगा उसके लिये हर सम्भव सहायता प्रदान की जायेगी।
इस अवसर पर राज्यपाल मौर्य ने रेडक्रास स्वयं सेवक मनीष कसनियाल को सम्मानित किया। ज्ञातव्य है कि रेडक्रास स्वयं सेवक मनीष कसनियाल ने विश्व की सबसे ऊंची चोटी एवरेस्ट पर रेडक्रास फ्लेग फहराकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है।
इस अवसर पर भारतीय रेडक्रास समिति उत्तराखण्ड के मैनेजिंग कमेटी के चेयरमैन कुन्दन सिंह टोलिया, वाईस चेयरमैन डॉ. नरेश चौधरी, महासचिव डॉ.एम0एस0अंसारी, कोषाध्यक्ष डॉ. सतीश पिंगल एवं जनपदीय शाखाओं के चेयरमैन, सचिव, सदस्य एवं स्वयंसेवक उपस्थित थे।