श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के दीक्षारंभ कार्यक्रम का दूसरे दिन दिखी उत्तराखण्ड के पारंपरिक लोकगीतों की झलक, नव प्रवेशी छात्र-छात्राओं ने उठाया सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद

श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के दीक्षारंभ कार्यक्रम का दूसरे दिन दिखी उत्तराखण्ड के पारंपरिक लोकगीतों की झलक, नव प्रवेशी छात्र-छात्राओं ने उठाया सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद
 
देहरादून। श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय देहरादून में नव प्रवेशी छात्र-छात्राओं हेतु आयोजित तीन दिवसीय “दीक्षारंभ कार्यक्रम” के दूसरे दिन छात्रों ने रंगारंग कार्यक्रमों का जमकर आनंद लिया। शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज सभागार में आयोजित दीक्षारंभ कार्यक्रम के दूसरे दिन विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री महंत देवेंद्र दास जी महाराज ने सभी छात्र-छात्राओं को शुभकामना संदेश प्रेषित किया। कार्यक्रम के दूसरे दिन स्कूल ऑफ ह्युमेनिटीज एंड सोशल साइंस स्कूल ऑफ एजुकेशन, स्कूल ऑफ पैरामेडिकल एंड एलाइड हेल्थ साइंसेस के छात्रों का स्वागत किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना के साथ हुई। इस अवसर पर छात्रों के मनोरंजन के लिए गढ़वाली पंजाबी लोकनृत्य, सामूहिक गीत एवं योग मुद्रा की मनमोहक प्रस्तुति दी।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर (डॉ.) यशवीर दिवान ने बतौर मुख्य अतिथि छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि छात्र जीवन में शिक्षक की अहम भूमिका होती है। छात्र अपने शिक्षक को रोल मॉडल के रूप में चुनें उन्हें सफलता अवश्य मिलेगी। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. अजय कुमार खंडूडी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय का उद्देश्य है कि जो छात्र यहाँ पढ़ाई के लिए आऐं वो शिक्षा के साथ- साथ समाज एवं देश का एक अच्छा नागरिक बनने के संस्कार ले के भी विश्वविद्यालय से जाएं।
विश्वविद्यालय समन्वयक डॉ आरपी सिंह ने कहा कि शैक्षणिक गतिविधियों के साथ ही छात्र अपनी कामयाबी का रास्ता ख़ुद बनायें। विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक प्रोफ़ेसर संजय शर्मा नए नए छात्रों को परीक्षा की बारीकियों से अवगत कराया। विश्वविद्यालय की डीन ऐकडेमिक डॉ. कुमुद सकलानी ने नए छात्रों को मूल्य प्रवाह और नैतिकता को जीवन में सम्मिलित करने की सलाह दी। इस अवसर पर एसजीआरआर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के मनोचिकित्सक विभाग के प्रमुख डॉ शोभित गर्ग ने छात्रों को से नो टू स्मोकिंग और ड्रग्स का स्लोगन देकर उन्हें भविष्य में नशे से दूर रहने की प्रेरणा दी। दीक्षारंभ कार्यक्रम के दूसरे दिन स्कूल ऑफ ह्युमेनिटीज एंड सोशल साइंस की डीन डॉ. गीता रावत, स्कूल ऑफ एजुकेशन की डीन डॉ. मालविका कांडपाल, स्कूल ऑफ पैरामेडिकल एंड एलाइड हेल्थ साइंसेस की डीन  डॉ. कीर्ति सिंह, ने छात्रों को अपने-अपने विभाग की जानकारी दी।
इस अवसर पर नए छात्रों से विश्वविद्यालय में अपने अनुभव साझा करने के लिए विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र सम्मिलित हुए जिनमें स्कूल ऑफ ह्युमेनिटीज एंड सोशल साइंस के 2019 बैच के सिमरन अग्रवाल और निशी भाटिया, नेहा पाल, स्कूल ऑफ एजुकेशन से लतिका भारद्वाज एवं स्कूल ऑफ पैरामेडिकल एंड एलाइड हेल्थ साइंसेस 2014 बैच की आकांक्षा सुमन,2019 बैच की नीतू ने छात्रों को विश्वविद्यालय में लिए गए उनके अनुभवों को साझा किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय से पीएचडी की उपाधि प्राप्त करने वाली उत्तराखंड की वरिष्ठ लोक गायिका डॉ. नीता कुकरेती ने अपने अनुभवों से छात्रों का मार्गदर्शन किया। कार्यक्रम के अंत में विश्व विद्यालय की डीन ऐकडेमिक एवं आयोजन प्रमुख डॉ कुमुद सकलानी द्वारा धन्यवाद भाषण दिया गया। इस अवसर पर डॉ कंचन जोशी, डॉ मनवीर सिंह नेगी, डॉ प्राची नौटियाल, डॉ मंजूषा त्यागी के साथ ही संबंधित स्कूलों के सभी शिक्षक गण एवं नव प्रवेशी छात्र- छात्राएं मौजूद रहे।